सियासत | बड़ा आर्टिकल
राहुल गांधी न्यायपालिका और मीडिया को लेकर पूर्वाग्रह से भरे हुए क्यों हैं?
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कुछ छात्रों को सुनने की कला सिखाने लंदन गये थे, लेकिन वो समाचार सुनने की भी जहमत नहीं उठायी जिसमें चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने ऐसा फैसला सुनाया है जिसने मोदी सरकार (Narendra Modi) को खामोश कर दिया है.
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सुप्रीम कोर्ट के दोनों फैसले सरकार के खिलाफ हैं - विपक्ष को तो खुश होना चाहिये
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से दो बड़े फैसले आये हैं. प्रथम दृष्टया दोनों ही केंद्र की मौजूदा सरकार के खिलाफ लगते हैं. अदानी-हिंडनबर्ग केस (Adani-Hindenburg Case) को अलग रख कर देखें तो चुनाव आयोग (Election Commission) पर अदालती आदेश से कोई खास व्यावहारिक फर्क भी आएगा क्या?
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बाल ठाकरे नहीं, शरद पवार तो मुलायम या लालू यादव बनना चाहते हैं
शरद पवार (Sharad Pawar) ने चुनाव आयोग के फैसले पर यू-टर्न यूं ही नहीं लिया है. असल में ये नया स्टैंड एनसीपी को लेकर उनका डर दिखा रहा है - और वो ये है कि ऐसा न हो भविष्य में सुप्रिया सुले (Supriya Sule) का हाल भी उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) जैसा हो जाये.
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उद्धव ठाकरे के पास एक उम्मीद और थोड़ी संभावनाओं के सिवा कुछ भी नहीं बचा है
एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को चुनाव आयोग की तरफ से शिवसेना (Shiv Sena) का असली नेता मान लेने के बाद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के पास संघर्ष का रास्ता और सीमित विकल्प ही बचे हैं - हां, समझौते के बारे में सोचें तो रास्ता थोड़ा आसान हो सकता है.
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चुनाव आयोग चैन से सो रहा था, लेकिन 'चुनावी ट्वीट' को लेकर अब जाग गया है
कोई पार्टी या चुनाव लड़ रहा नेता ट्वीट भी ना कर सकेगा, अगर चुनाव प्रचार खत्म होने की घंटी बज गयी है तो. देर से ही सही, चुनाव आयोग (Election Commission) ने दुरूस्त फैसला लिया है - अब चुनाव प्रचार (Poll Campaign) बंद होने के बाद सोशल मीडिया (Social Media) के इस्तेमाल पर भी आदर्श आचार संहिता लागू रहेगी.
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गुजरात चुनाव 2022 : गिरता मतदान प्रतिशत लोकतंत्र के प्रति जनता की उदासीनता दर्शाता है!
दरअसल राजनीतिक दल कभी प्रत्याशियों के चयन में जनता की राय जानने की ईमानदार कोशिश करते ही नहीं. तब जातिवाद, धन बल, बाहुबल और भाई-भतीजावाद की बिना पर टिकट मिले उम्मीदवारों में जनता रुचि क्यों ले ? शायद यही वो कारण है जिसके चलते वोटर चुनाव के दिन वोट डालने नहीं आते.
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